कोरोना जैसी महामारी में लोग काफी परेशान है। लोगों को इस परेशानी से निकलने का रास्ता नहीं दिखाई दे रहा है और इस पर एक और मुसीबत आ गई। पुलिस प्रशासन कर रही खुलेआम चालान और भागीदारी आंदोलन मंच के युवा नेता कैफ़ी सुल्तान विरोध में है। धूुमनगंज प्रयागराज के पुलिस चौकी के सामने खुलेआम हो रहा है ।
चालान
बिना हेलमेट जुर्माना 200 /- नो पार्किंग में पार्किंग -जुर्माना 300 ले रहे हैं। और नो एंट्री में वाहन -जुर्माना 500 /- प्रदूषण सर्टिफिकेट नहीं -जुर्माना 1200/- ट्रिपल सीट ड्राइविंग - जुर्माना 2000/- प्लास्टिक का उपयोग- जुर्माना 5000 और देश में हो रही परेशानी का सरकार जिम्मेदार नहीं है
15 अगस्त 2020 को इस तरह फैराया जाएगा तिरंगा. |
बस चालान काटते हैं। खराब सिग्नल -कोई जिम्मेदार नहीं है ,सड़क पर गड्ढ़े -कोई जिम्मेदार नहीं है, अतिक्रमित फुटपाथ- कोई जिम्मेदार नहीं है, सड़क पर रोशनी नहीं - कोई भी जिम्मेदार नहीं सड़क पर कचरा बह रहा है - कोई जिम्मेदार नहीं सड़कों पर लाइट के खंभे नहीं - कोई जिम्मेदार नहीं है, खुदी सड़क कोई मरम्मत नहीं - कोई जिम्मेदार नहीं है । और भागीदारी आंदोलन मंच के युवा नेता कैफ़ी सुल्तान का कहना है। कि फिलहाल चालान टू कोर्ट किया जा रहा है. और इसे पुलिस वाले बिजनेस बना लिए है ऑन स्पॉट चालान किया जा रहा है. लिहाजा आपको संबंधित इलाके के कोर्ट में जाकर चालान भरना होता है.
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ऐसे ही अगर चालान काटते रहे पुलिस वाले तो ग़रीब जनता भूखो मर जाएगी लोगों के पास सब। डाक्युमेंट होने के बावजूद भी चालान कर दिया जा रहा है और ज्यादा खतरनाक तो पुलिस वाले ही है। भागीदारी आंदोलन मंच के युवा नेता कैफ़ी सुल्तान का कहना है कि चालान कर रहे हैं ।ठीक लेकिन अगर कोई भी व्यक्ति के पास अगर सारी चीज हैं ।तो पुलिस वाले को चालान नहीं करना चाहिए । और कानून तो सब के लिए होता चाहे वो हिन्दू या मुस्लिम या पुलिस या फिर कोई राजनीति से हो कानून तो सब के लिए होता है ना की ग़रीब जनता के लिए ही।
प्रयाग राज में स्थित ठीक नहीं है। लोग जाते रहते पता ही नहीं चलता की कब उनका चालान कट गया। ऐसे ही एक व्यक्ति की गाड़ी २ वर्ष से घर में ही खड़ी थी उसका भी चालान कट गया। फिर गाड़ी का मालिक गाडी को पुलिस चौकी में ले जाकर गाडी को वहीं जला दिया पुलिस देखती यह गई। प्रयाग राज में अब तक कोरोना से ८८ की मौत हो गई है। भारत सरकार द्वारा कोरोना की वैक्सीन बन गई है । लेकिन अब भी लोग पीडित हो रहे हैं। ऐसा लगता है कि कोरोना से कम चालान से ज्यादा लोग मर जाएंगे। क्यूकी जिस तरह से चालान काटा जा रहा है। उस से तो लोग मर ही जाएंगे। दारा गंज निवासी रणजीत की पुलिस की पिटाई से उसकी आँखें हुई खराब । पीड़ित रणजीत के
मुताबिक दारा गंज के एक दारोगा ने पिटाई
की है हालांकि इस्पेक्टर के मुताबिक रणजीत
थाने में गिरने से हुआ घायल। आँख के अस्पताल में किया गया भर्ती हैं।
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