जौनपुर।
प्रशासनिक अधिकारियों के सामने उड़ाया गया सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां।
आज ही 3 बसों द्वारा मुंबई महाराष्ट्र से मड़ियाहूं तहसील एवं मछलीशहर तहसील के 101 प्रवासी मजदूर / कामगार आए हुए थे जिसकी सूचना मिलने पर शिवपुर बाईपास पर तहसीलदार मड़ियाहूं, सुदर्शन राम अपने तहसील के लेखपालों को लेकर पहुचे। तहसीलदार द्वारा चिकित्सकों को बुलाकर थर्मल स्कैनिंग किया गया एवं मजदूरों का नाम ,पता व बैंक डिटेल ,मोबाइल नंबर सहित सूची बनाया गया ।
उनको होम क्वॉरेंटाइन हेतु उनके घर भेज दिया गया। यह सब कार्यवाही करते समय प्रवासी मजदूरों / कामगारों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान नहीं रखा गया। और घंटो तक इसी तरह सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते हुए भीड़ लगाकर खड़े रहे तथा उनमें से कुछ लोग मास्क का भी प्रयोग नहीं कर रहे थे।
चिकित्सकों द्वारा इन सभी दिक्कतों का सामना करते हुए अपना कार्य बखूबी किया गया लेकिन प्रशासनिक अधिकारी एवं कर्मचारियों द्वारा कोरोना जैसे खतरनाक बीमारी को हल्के में लेते हुए । उस पर ध्यान नहीं दिया गया तथा यह घटना तहसीलदार मड़ियाहूं की उपस्थिति में हुआ।
उनके द्वारा उत्तर प्रदेश शासन मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ व जिलाधिकारी महोदय जौनपुर के आदेश का भी पालन नहीं करवाया गया। 2 दिन पहले ही जिलाधिकारी जौनपुर ने एक एडवाइजरी जारी करते हुए ऐसे लोग जो कि सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान नहीं दे रहे हैं वह मास्क का प्रयोग नहीं कर रहे हैं उनके लिए कडी़ दिशानिर्देश दिया गया था ।ध्यान रहे कि जनपद जौनपुर में वर्तमान समय में जो भी कोरोना संक्रमित व्यक्ति मिल रहे हैं सभी लोग मुंबई महाराष्ट्र से आए हुए प्रवासी मजदूर/ कामगार ही हैं और उनका जांच के समय ऐसी प्रशासनिक लापरवाही कोरोना महामारी को निमंत्रण देना ही कहा जाएगा और यदि किसी प्रशासनिक अधिकारी की उपस्थिति में हो तो इसका जिम्मेदार कौन होगा।
संवादाता
रवि कुमार केशरी
क्राइम रिपोर्टर
COMMENTS