*शहीद स्थल तियराकला रामगढ़ में शहादत दिवस पर याद किए गए अमर शहीद भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरु*
सोनभद्र। सम्प्रदायिकता विरोधी दिवस के रूप में शहीद स्थल तियरा कला रामगढ़ सोनभद्र में शहीद आजम भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को माल्यार्पण कर उनका 92 वें शहादत दिवस मनाया गया । मुख्य रूप से भाकपा के जिला सचिव कामरेड आर के शर्मा, माकपा के जिला सचिव कामरेड नंदलाल आर्या और पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव एड० पवन कुमार सिंह एवम् भारतीय विधिक सहायता एसोसियेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप जायसवाल उपस्थित रहें।
जिला सचिव आर के शर्मा ने कहा कि 23 मार्च को हमारे राष्ट्र के तीन नायकों को अंग्रेजों ने भगत सिंह, शिवराम राजगुरु और सुखदेव थापर को फांसी पर लटका दिया था। इसमें कोई संदेह नहीं है, उन्होंने हमारे राष्ट्र के कल्याण के लिए अपने जीवन का बलिदान किया है, वह भारत के युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। शहीद भगत सिंह के विचार आज भी प्रासंगिक हैं।
पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव एड पवन कुमार सिंह ने प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि भारत के सपूतों की कुर्बानी बेकार नहीं जाएगी। शहीदों ने अपनी जान की कुर्बानी देकर देश को आजादी दिलवाई। इसलिए हम सदैव उन अमर शहीदों के ऋणी रहेंगे।
आगे कहा कि भारत माता के सच्चे सपूत, आजादी के अग्रदूत युवाओं के प्रेरणाश्रोत हैं। आजादी का अक्षुण बनाए रखना हमारा परम कर्तव्य है।
माकपा के जिला सचिव कामरेड नंदलाल आर्य ने कहा कि भारत देश में लोग जो स्वतंत्र रूप से रह रहे हैं, उस स्वतंत्रता के लिए कई क्रांतिकारियों ने अपने जीवन की शहादत दी है। शहीद दिवस उन वीरों को ही याद करने का एक अवसर है, उन वीरों के बारे में जानने का एक मौका है तथा दिन है उन वीरों के व्यक्तित्व व वीरता को प्रणाम करने का है हम सभी भारतीय लोगों का कर्तव्य है, कि जिस उद्देश्य के लिए उन वीरों ने कुर्बानी दी, उस उद्देश्य को पूरा करें। यही उनकी शहादत को सबसे बड़ी श्रद्धांजलि होगी। शहादत दिवस के अवसर पर अशोक कनौजिया, संदीप जायसवाल, अमरनाथ सूर्य, दिनेश्वर वर्मा, अभिनव आकाश, पुरुषोत्तम सिंह, भोला सिंह, रामप्रीत, रामबिरक्ष, लल्लन राम, सजीवन, हनुमान, छविनाथ सिंह, बंसी आदि लोग उपस्थित थे।
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