उत्तराखंड के पूर्व विधायक ने अपना एक संगठन बनाकर आज सम्मेलन किया। पूर्व सदस्यों के इस सम्मेलन में करीब 25 विधायक शामिल हुए। उत्तराखंड के 113 पूर्व विधायकों को इस सम्मेलन में शामिल होने के लिए कहा गया था।
इस संगठन का अध्यक्ष पूर्व विधायक लाखी राम जोशी को बनाया गया है। पूर्व विधायक संगठन के इस सम्मेलन में कई पूर्व विधायक मौजूद हैं। जिसमें हरक सिंह रावत, शुरवीर सिंह सजवाण, हीरा सिंह बिष्ट, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी शामिल हुए, पूर्व विधायकों का कहना है। कि वो जनप्रतिनिधि के साथ-साथ सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं।और इस सम्मेलन से अपनी बात को सरकार तक रखना चाहते हैं। पूर्व विधायक की इस पहल में सबसे पहले सदस्य हरीश रावत शामिल हुए, हरीश रावत ने कहा की अच्छी पहल है। कि इस तरह से पूर्व विधायक प्रदेश के विकास में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकते हैं।
अपनी कई मांगे भी रख सकते हैं।वहीं पूर्व विधायकों के संगठन की कॉन्फ्रेंस में तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली,सम्मेलन में सरकार की आलोचना पर किच्छा विधानसभा के विधायक रहे राजेश शुक्ला भड़क गए। भर्ती घोटालों की बात पर आलोचनाओं पर राजेश शुक्ला भड़के और उन्होंने कहा कि सम्मेलन का जो उद्देश्य था उसे लेकर चर्चा हो रही थी, जिसमें सरकार की आलोचना हो रही है, राजेश शुक्ला इस सदन को छोड़ कर चले गए।एक दिवसीय सम्मेलन में पुर्व विधायकों ने अपने विचार साझा किए। देखने वाली बात यह होगी कि उत्तराखंड में पूर्व विधायकों का पहली बार यह संगठन बना है। आने वाले समय में किस तरह से आगे बढ़ रहा है। साथ ही पूर्व की मांग पर सरकार किस तरह का फैसला मानती है।
प्रगति मिडिया से सुनील जुयाल की रिपोर्ट।
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