उज्जैन महाकाल मंदिर 80 दिन बाद सोमवार से दोबारा श्रद्धालुओं के लिए खोला गया है। सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक अब हर दिन दर्शन होंगे। श्रद्धालुओं को प्रवेश के लिए वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट समेत अन्य जरूरी गाइडलाइन का पालन करना अनिवार्य होगा। 24 तारीख को महाकालेश्वर मंदिर की ऑनलाइन बुकिंग खुली थी जो 4 घंटे में ही फुल हो गई थी। सुबह से ही श्रद्धालुओं की लाइन महाकाल मंदिर के बाहर लगने लगी थी। सभी श्रद्धालु कोरोना वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट लेकर और कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट लेकर दर्शन करने उज्जैन पहुंचे है। बाबा महाकाल का प्रवेश द्वार 12 अप्रैल से बंद था. कोई भी श्रद्धालु मंदिन में दर्शन नहीं कर पा रहा था। लेकिन अब प्रदेश में कम होते कोरोना केस को देखते हुए भक्तों को फिर से दर्शन की अनुमति दे दी गई है। राज्य में डेल्टा वैरिएंट के बढ़ते खतरे को देखते हुए मंदिर प्रबंधन व जिला प्रशासन ने गाइडलाइन का उचित रूप से पालन करने के निर्देश दिए है। मंदिर दर्शन के लिए राज्य के लिए उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव भी अपने परिवार के साथ पहुंचे। मंदिर में गाइडलाइन का प्रवेश करते हुए उन्होंने अपना और परिवार का वैक्सीन सर्टिफिकेट दिखाते हुए अंदर प्रवेश किया है।
महाकाल मंदिर 28 जून को सुबह 6 बजे श्रद्धालुओं के लिए खुलेगा। हालांकि भक्तों को मंदिर के गर्भ गृह और नंदी हॉल में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। मंदिर में भगवान महाकाल के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को ऑनलाइन बुकिंग करनी होगी।
उज्जैन महाकाल मंदिर की प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक आरके तिवारी
मंदिर प्रशासन ने इस तरह बनाए स्लॉट
स्लॉट समय
1. सुबह 6 बजे 8 बजे तक
2. सुबह 8 बजे से 10 बजे तक
3. सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक
4. दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक
5. दोपहर 2 बजे से शाम 4 बजे तक
6. शाम 4 बजे से शाम 6 बजे तक
7. शाम 6 बजे से रात 8 बजे तक
प्रत्येक स्लॉट में 500 के हिसाब से भक्त करेंगे दर्शन
पांच-पांच लोगों के छोटे-छोटे ग्रुप बनाकर प्रवेश मिलेगा
हर दिन 3500 श्रद्धालू प्रवेश कर सकेंगे
श्रद्धालुओं को वैक्सीन सर्टिफिकेट दिखाना होगा
सुबह 6 से रात 8 बजे तक दर्शन होंगे
मास्क, डिस्टेंसिंग जैसी कोरोना गाइडलाइन का पालन भी अनिवार्य
बिना RTPCR रिपोर्ट के प्रवेश नहीं मिलेगा
रिपोर्ट में कुछ गड़बड़ी होने पर धारा 420 और 188 के तहत कार्रवाई होगी
VIP और VVIP को भी इन्हीं नियमों का पालन करना होगा
मंदिर के गर्भ गृह व नंदी हॉल में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा
किसी भी आरती में श्रद्धालू प्रवेश नहीं कर सकेंगे
जो श्रद्धालू बुकिंग नहीं कर सकेंगे, उन्हें मंदिर पहुंचकर 251 की रसीद कटवाना होगा
गेट नंबर चार से रसीद कटेगी. फिर वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिखाने के बाद प्रवेश मिलेगा
आशीष रावत मध्यप्रदेश संवादाता
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