पूर्व तहसीलदार जवा बपौती की जमीन कर दी मध्यप्रदेश शासन,26 एकड़ जमीन को किया गया मध्यप्रदेश शासन ।
कमिश्नर,कलेक्टर रीवा और एस डी एम त्योंथर से की गई शिकायत मामला जवा तहसील सर्किल डभौरा के ग्राम हरदोली
वैसे तो सरकार द्वारा लगातार आदेश पारित किया जाता हैं कि किसानों की जमीनी समस्यायों का निदान हफ्ते या 15 दिन के अंदर ही किया जाएगा जिसके परिपालन में जिला कलेक्टर के आदेश भी जमीनी राजस्व कर्मचारियों तक बखूबी पारित है
चाहे गलत फीडिंग को सुधारवाना हो नक्शा तरवींन करना हो सीमांकन करना हो सभी कार्यों को निश्चित अवधि समय पर ही करने का आदेश दिया गया है लेकिन दुख तो इस बात का है कि ये कर्मचारी ना ही अपने आला अधिकारियों की सुनते और ना सरकार द्वारा दिए गए नियम कायदों का अपनी खुद की झोली भरने की लालच में किसानों की पुस्तैनी जमीनों को हेरा फेरी कर दूसरे दलालों सरहंगों के नाम बेहिचक कर देते हैं जब गरीब किसान सुधरवाने के लिए इन्ही कर रहे काली करतूतों वालो के पास जाते है तो सीधा जबाब देते हैं कि कम्प्यूटर की गलती से हो गया है और करनी को छिपा लेते हैं।इसी तरह का एक मामला ग्राम हरदोली निवासी लाल भोर मिश्रा के पुस्तैनी जमीन का सामने आया है पीड़ित किसान लालभोर मिश्रा का कहना है कि मेरी पुस्तैनी जमीन ग्राम हरदोली बौसड़ ओवरी की 26 एकड़ है जिसे पूर्व तहसीलदार जवा जाहर सिंह और उसी समय पदस्थ पटवारी द्वारा जान बूझ कर किसी अन्य ब्यक्तियों के कहने पर मध्यप्रदेश शासन सरकारी दस्तावेजों में दर्ज कर दी है जो कुछ पैसों के लालच में पड़कर की गई है जिससे हमारे परिवार के निवाले छिन गए हैं और कोई कमाई का साधन भी नहीं है मेरी उम्र 70 वर्ष हो गई है मैं राजस्व दफ्तरों का चक्कर काटते फिर रहा हूँ कोई भी हमारी गुहार को नही सुन रहे हैं जिसकी शिकायत कमिश्नर और कलेक्टर रीवा एवं एस डी एम त्योंथर से कर चुके हैं लेकिन कार्यवाही अभी तक नहीं कि गई है जिससे आहत होकर पुश्तैनी जमीन का छल कपट कर बनवाया गया शासकीय पट्टा, बुजुर्ग किसान परेशान कलेक्टर से मांगी इच्छा मृत्यु की इजाजत ।
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