बारदानों का संकट , गेहूं खरीद प्रभावित
बारदाने नहीं होने से बढ़ रही समस्या
जिले में समर्थन मूल्य पर हो रही गेहूं की खरीदी बारदाने की समस्या के कारण प्रभावित हो गई है ।पिछले 1 सप्ताह से बारदाने की किल्लत आ गई है। ऐसे में कई केंद्रों में खरीदी बंद पड़ी है।किसान और समिति प्रबंधन बारदाने का इंतजार कर रहे हैं। मार्कफेड के अधिकारियों का कहना है कि बारदाने की सप्लाई जल्द हो जाएगी, फिलहाल स्थानीय स्तर पर बारदाना उपलब्ध है।
खरीदी की स्थिति
मिली जानकारी के अनुसार जिले में 116 गेहूं खरीदी केंद्र बनाए गए हैं ।इसमें से तीन सायलो बैग है।अब तक 30012 किसानों से 2857000 क्विंटल गेहूं की खरीदी की जा चुकी है। ज्ञात हो कि गेहूं खरीदी की अवधि 15 मई से बढ़ाकर 25 मई कर दी गई है ऐसे में और भी आवक होने की संभावना है ।
यह है स्थिति
बंडोल के सोनाडोंगरी और चंदौरी के अलावा बांकी और अन्य केंद्रों में बारदाने पिछले 1 सप्ताह से नहीं होने से खरीदी बंद है।प्रभारी बार-बार अधिकारियों को शिकायत कर रहे हैं लेकिन आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिल रहा है। हालात यह है कि खरीदी केंद्रों में किसानों ने बड़ी संख्या में गेहूं लाकर रख दिया है। आवक भी आते जा रही है ।किसानों का कहना है कि यही स्थिति रही तो उन्हें बड़ी दिक्कतें जाएंगी।
बारिश से बना खतरा
जिले में मौसम में उतार-चढ़ाव है और बारिश भी रुक-रुक कर कई क्षेत्रों में हो रही है। हाल ही में हुई बारिश से कई खरीदी केंद्रों में रखा गेहूं गीला हो गया। कान्हीवाड़ा के उड़ेपानी में भी बड़ी मात्रा में गेहूं भीगने की खबर है। खरीदी केंद्रों में स्थिति यह है कि खुले आसमान के नीचे हजारों क्विंटल गेहूं रखा हुआ है। और उनकी सुरक्षा राम भरोसे है।समिति प्रबंधकों ने भी सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए हैं। जिन किसानों की उपज की तौल हो चुकी है उनकी बोरों को स्टैग बनाकर नहीं रखा गया है। ऐसे में बारिश होने पर गेहूं बड़ी मात्रा में भीग जाता है।
बारदानों की स्थिति
जानकारी के अनुसार जिले में 500000 मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी की संभावना है।अभी फिलहाल नागरिक आपूर्ति निगम ने 11,000 गठान दी थी जो कि लगभग खत्म हो गई। मार्कफेड के अधिकारियों ने 6000 गठान और की डिमांड की है। अभी तक बारदानों की सप्लाई नहीं हुई है।विभाग के अधिकारी भी बारदाने सप्लाई के इंतजार में है ।ज्ञात हो कि बाहर आने की समस्या हर साल बनती है लेकिन अतिरिक्त डिमांड नहीं होने से खरीदी के बीच में ही कई समस्याएं आने लगती है।
इनका कहना है
बारदानों की समस्या है।अभी 6000 गठानें और बुलाई गई है जल्दी समस्या दूर हो जाएगी।
शिशिर सिन्हा, डीएमओ, मार्कफेड, सिवनी
COMMENTS