8 साल से कंडीसौड़ तहसील में उप जिलाधिकारी नहीं
टिहरी की कंडीसौड़ तहसील में 8 साल से उप जिलाधिकारी पद सृजित नहीं है. इस कारण यहां की जनता को तहसील का पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा है. आज भी लोग उप जिलाधिकारी से संबंधित न्यायिक प्रक्रिया के लिए 75 किमी दूर टिहरी जाने को मजबूर हैं.
टिहरीः कंडीसौड़ तहसील को 8 साल पूरे हो चुके हैं. किन्तु अभी तक उपजिलाधिकारी न्यायालय प्रारम्भ नहीं होने से क्षेत्र की जनता को तहसील का पूर्ण लाभ नहीं मिल पा रहा है. क्षेत्र के लोग आज भी न्यायिक प्रक्रिया के लिए 75 किमी दूर टिहरी तहसील मुख्यालय जाने को मजबूर हैं.
कंडीसौड़ तहसील को टिहरी तहसील से 12 राजस्व उप-निरीक्षक (पटवारी) क्षेत्र के 118 गांवों को अलग कर जनवरी 2013 में तहसील बनाया गया था. टिहरी बांध झील जल भराव के बाद बदले भूगोल से दुर्गम बन गई नगुण, गुसाईं एवं जुवा उदयपुर की तीन पट्टियों के 118 गांवों की जनता को कंडीसौड़ तहसील बनने से बड़ी राहत मिली थी. तहसील बने 8 साल पूरे हो चुके हैं लेकिन अभी तक न तो तहसील भवन बन पाया है और न ही उप जिलाधिकारी न्यायालय का काम शुरू हो पाया है. आलम ये है कि क्षेत्र की जनता को तहसील का लाभ नहीं मिल पा रहा है. लोग उप-जिलाधिकारी न्यायालय संबंधित कार्यों के लिए टिहरी सदर उप जिलाधिकारी न्यायालय में ही जाने को मजबूर हैं. जिसके कारण लोगों को समय एवं धन की बर्बादी होने के साथ-साथ 75 किमी दूर जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है क्षेत्र पंचायत प्रमुख प्रभा बिष्ट का कहना है कि कंडीसौड़ तहसील जिले के दूरगामी क्षेत्रों में है. एसडीएम न्यायालय की स्थापना होना जन सुविधा के लिए बेहद जरूरी है. सरकार से मांग है कि सुदूरवर्ती कंडीसौड़ तहसील में एसडीएम का पद सृजित कर न्यायालय का कार्य शुरू किया जाए.
वहीं तहसीलदार माधवानंद उनियाल का कहना है कि कंडीसौड़ तहसील में 12 पटवारी क्षेत्रों में से छाम व बयाड़गांव पटवारी क्षेत्र रिक्त हैं. इन क्षेत्रों का अतिरिक्त कार्यभार पटवारी क्षेत्र लवाणी व कटखेत को दिया गया है. एसडीएम एवं न्यायिक कार्य स्टाफ के पद सृजित नहीं हैं, जिस कारण न्यायिक कार्य टिहरी से ही संचालित हो रहे हैं. पद सृजन शासन स्तर का मामला है. अन्य सभी कार्य तहसील से सुचारू संचालित हो रहे हैं.
कंडी साउथ टिहरी गढ़वाल से सुनील जुयाल की रिपोर्ट
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