चारे की तलाश में भटकती गाय का प्रदूषित तालाब में डूबने से दर्दनाक मौत।
जौनपुर (मड़ियाहूं) भले ही सर्वोच्च न्यायालय ने तालाबों की दुर्दशा सुधारने हेतु कठोर निर्णय दे रखा है और सरकारी इनके सुंदरीकरण तथा पुराने अस्तित्व को सुधारने हेतु काफी धन खर्च कर रही है परंतु स्थानीय नगर पंचायत की अनदेखी के चलते तालाब के अस्तित्व का संकट आन पड़ा है इनका पानी इतना प्रदूषित हो गया है कि जानवर तक पानी पीने से कतराते हैं उल्टे मे तालाब के कूड़े कचरे के ढेर में अपना भोजन तलाशते फस कर डूब कर मर रहे हैं।
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नगर पंचायत के नाक के नीचे पुराने कार्यालय वह राम जानकी मंदिर से लगे पुराने तालाब का तो कमोवेश यही हाल है। जहां योगी सरकार गाय और तालाब की सुरक्षा को लेकर बहुत ही कड़े रुख में है वही नगर पंचायत तथा मंदिर परिसर में होने वाले समारोह के कूड़ा करकट से इस तालाब को इस कदर पाटा जा रहा है। कि इनका पानी काफी दुर्गंध युक्त हो गया है। आवारा पशु भी आस पास आकर चारे की तलाश में भटकते हैं, और अपनी जान तक गवाते हैं। एक गाय कूड़ा करकट में उलझ कर तालाब में डूब कर मरी पड़ी है। परंतु स्थानीय नगर पंचायत के अधिकारी कर्मचारी इस ओर ध्यान ही नहीं दे रहे हैं मृत जीवात्मा के दुर्गंध से लोगों का स्वास्थ्य भी प्रभावित होने की आशंका बनी हुई है। लगभग 2 दिन पूर्व से गाय तालाब में मृत पड़ी हुई है। लेकिन समाचार लिखे जाने तक तालाब से निकाला नहीं जा सका है।
संवाददाता
रवि कुमार केशरी
क्राइम रिपोर्टर
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