क्या है इंसानियत क्या एक इंसान होना ही इंसानियत है?
दुनिया में किसी भी कोने में चले जाइए आपको जवाब नां ही मिलेगा,क्यूं कि दुनिया में इंसानियत कहां भी बच्ची नहीं है।लोग अपना पराया समझते नहीं है वे तो धन और वैभव के लोभी बन चुके हैं।पहल यदि कोई यात्री किसी के घर में अा जाता था तो स्वागत होता था व उसे हर संभव सुविधाएं दी जाती थी,परन्तु आज की इस भाग दौड़ भरी ज़िन्दगी में हम इतने व्यस्त हो गए है कि हम मेहमान को पानी तक भी नहीं पूछते।हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि अथिति देवो भव:।
यानी अथिति भगवान होता है तो क्या भगवान का स्वागत ऐसे होता है क्या कि घर आए मेहमान की इज्जत नां की जाए और उसको पानी तक नहीं पूछा जाए।आज के इंसान ने काम करना छोड़ दिया है आदमी आज निकम्मा,बेबस,लाचार,लोभी,लालची,बेईमान,और अहंकारी हो गया है।यह बातें सुनने में अच्छी लगती है लेकिन अम्ल करने में बहुत ही मुश्किल है।आज इंसान ने अपनी सुविधा के लिए गैस स्टोव,घूमने के लिए गाडियां रख ली,काम करने के लिए नौकर रख लिए,फसल उगाने में लोग हिचकिचाते है और वो भी ट्रैक्टर से वह काम आसानी से हो गया है।क्या पहले लकड़ियों के द्वारा चूल्हे में आग जलाई जाती थी,पैदल लोग मिले चले जाते थे,अपने घर का काम खुद करते थे, बैलों के द्वारा खेतों में जुताई करके फसल उगाई जाती थी। कहां गया वो इंसान जिसको पैसे की कदर थी आज तो पैसे ऐसे उड़ाते है मानो कोई धूल का ढेर हो। अमीर आदमी पशुओं की हत्या कर उनके मांस से अपनी भूख मिटाता है, उसकी खाल से जूते, बेल्ट,गाड़ियों की सीटें बनाई जा रही है।दुनिया में लड़कियों की औरतों की कोई इज्जत नहीं है जो कोई भी है वह अपनी हवस मिटाने के लिए पैसे देता है या बलात्कार जैसे संगीन अपराध को अंजाम देता है।एक लड़की को देवी मां का दर्जा दिया जाता है लेकिन उसकी सुरक्षा तो दूर रही उसकी इज्जत से खिलवाड़ किया जा रहा है और देश में बलात्कार जैसे अपराधों को बढ़ावा मिल रहा है।घर के बेटी,बहू,बहन को पैसे के लिए बीच दिया जाता है क्या यही एक रास्ता रह गया इंसान को पैसे कमाने का।आज एक गरीब परिवार होता है उसको कोई नहीं पूछता उसका उल्टा मज़ाक उड़ाया जाता है।आज तकरीबन 60% लोग भूखे ही सो जाते हैं।
उनके पास अपनी ज़िन्दगी में खाने के लिए भी पैसे नहीं है लेकिन अमीर आदमी इस बात को नहीं समझते कोई भी गरीब व्यक्ति की मदद नहीं कर सकता जो पैसे नशे में उड़ते है वो अगर जनकल्याण के लिए लगाए जाएं तो इंसानियत जिंदा होगी आज कोई गरीब आदमी सड़क पर मिलता है तो उसको भला बुरा कह के उसे बेइज्जत किया जाता है।लोग अपने स्वार्थ के लिए छोटे बच्चो की शरीर के अंगो का सौदा किया जाता है और उन्हें मार दिया जाता है किसी कि जान लेना,चोरी करना तो आज एक मामूली सा अपराध बन गया है जिस पर ना तो सरकार ध्यान देती है ना कोई पुलिस विभाग।आजकल कोर्ट में पैसे वाले व्यक्ति पैसे देकर छूट जाते है।आज की युवा पीढ़ी नशे में पड़ गई है यहां तक की लड़कियां भी आपके सामने बॉलीवुड से जुड़े लोग आपके सामने अा रहे हैं।
तो प्रगति मीडिया हिमाचल आपसे यही गुज़ारिश करता है कि अपराध को रोकने में,गरीब लोगों की मदद करने में आप सभी अपना योगदान दें।अपनी राय जरूर दें आपको मेरी बातें कैसी लगी और शेयर भी करें।
धन्यवाद।
आपका अपना प्रगति मीडिया हिमाचल कि तरफ से
क्राइम रिपोर्टर राजेश कुमार।
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