पटना। 21 जुलाई 2020 को मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने मध्य प्रदेश के राज्यपाल एवं बिहार के पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन के निधन पर गहरी शोक-संवेदना व्यक्त की है।
मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने अपने शोक संदेश में कहा है कि स्व0 लालजी टंडन एक लोकप्रिय नेता, कुशल प्रशासक एवं प्रख्यात शिक्षाविद् थे। बिहार के राज्यपाल के रूप में उनका कार्यकाल अविस्मरणीय रहेगा। उन्होंने बिहार में उच्च शिक्षा के विकास कोे गति प्रदान की।
उन्होंने उत्तर प्रदेश में भी लखनऊ के सांसद तथा राज्य के विभिन्न विभागों के मंत्री पद पर रहते हुये अपने जिम्मेदारियों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया। स्व0 लालजी टंडन के साथ मेरा व्यक्तिगत संबंध था और उनके निधन का समाचार सुनकर मुझे बेहद दुःख भी हुआ है।
मुख्यमंत्री ने लालजी टंडन के पुत्र एवं उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री श्री आशुतोष टंडन तथा दूसरे पुत्र श्री सुबोध टंडन से दूरभाष पर वार्ता कर उन्हें सांत्वना दी।
स्व0 लालजी टंडन के सम्मान में बिहार सरकार ने एक दिन दिनांक-21.07.2020 को राजकीय शोक घोषित किया है।
मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शांति तथा उनके परिजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।
आरा : कोरोना मरीज की मौत के बाद अस्पताल छोड़कर फरार हुए डॉक्टर-कर्मचारी, 12 घंटे तक पड़ा रहा शव…
आरा : सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में इलाजरत एक मरीज की रविवार की शाम मौत हो गई। उसकी उम्र करीब 45 वर्ष थी। पूर्व से शुगर व टायफाइड से पीड़ित था। कोरोना की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आयी थी। घटना के बाद अस्पताल में अफरातफरी का माहौल बन गया। सभी डॉक्टर इमरजेंसी छोड़कर भाग खड़े हुए। इमरजेंसी वार्ड में इलाजरत मरीजों को उनके हाल पर छोड़कर जैसे ही डॉक्टर व कर्मी निकले, थोड़ी देर बाद मरीज परिजन भी धीरे-धीरे इमरजेंसी से भाग निकले। इधर, मृतक के परिजन भी अस्पताल से गायब हो गए।
इमरजेंसी में बस उस मृतक की लाश रह गयी। इसके बाद किसी तरह सदर अस्पताल प्रबंधन ने डीएस डॉ. सतीश कुमार सिन्हा को इसकी व्यवस्था का निर्देश दिया। डीएस ने सदर अस्पताल पुलिस चौकी के इंचार्ज संतोष कुमार की मदद से परिजनों से बात कर उन्हें किसी तरह वापस बुलाये। उसके बाद सोमवार की सुबह करीब 10 बजे उन्हें मृतक का शव सौपा गया। डीएस ने बताया कि जो लोग मृतक का शव के संपर्क में आये हैं। उनके कोरोना सैम्पल लिए जाएंगे। सभी को इसके लिए हिदायत और आश्वासन दिया गया है।
सदर अस्पताल में बीते दो दिनों से इलाजरत था कोरोना संक्रमित मरीज…
अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि मरीज को इलाज के लिए सदर अस्पताल में 2 दिनों पूर्व ही लाया गया था। मरीज के भतीजे ने अस्पताल में उसे भर्ती करवाया था। हालांकि वह अकेले ही अस्पताल में आता जाता था। इस वजह से मरीज की देखरेख भी अच्छे ढंग से नहीं हो पाती थी। मरीज को टाइफाइड की शिकायत थी। उसका कोरोना जांच सैम्पल जांच के लिए पटना भेजा गया था। रविवार को कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद मरीज का भतीजा भी छोड़कर भाग गया। अस्पताल को टेंशन हो गया की डेड बॉडी का क्या किया जाए। इसके बाद डीएस ने किसी तरह पुलिस की मदद से परिजनों को मनाया गया और डेड बॉडी सौंपी गई।
अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड को कराया गया सैनिटाजइ…
रविवार की रात इमरजेंसी वार्ड को बंद कर दिया गया। अस्पताल प्रबंधन ने मरीज की सुरक्षा को लेकर रविवार की रात को ही इमरजेंसी वार्ड को ओपीडी में शिफ्ट कर दिया। इसके बाद इमरजेंसी वार्ड को सैनिटाइज कर दुबारा काम शुरू हुआ।
12 घंटे तक इमरजेंसी में पड़ी रही लाश …
बताया जाता है कि मरीज आरा शहर के चंदवा कृष्णानगर मोहल्ला निवासी है। जिसे सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में लाया गया था। उसे बुखार एवं हांफ की शिकायत थी। इस दौरान चिकित्सक द्वारा मरीज को कोरोना की जांच करने की सलाह दी गई।
कोरोना से डरें नहीं, सतर्कता बरतें : डॉ. सतीश
डीएस डॉ. सतीश कुमार सिन्हा ने बताया कि यह दुखद है कि डॉक्टर से लेकर स्टाफ तक इमरजेंसी ड्यूटी छोड़कर भागने लगते हैं। ऐसे ना कर सावधानी बरती जानी चाहिए।
पूर्णिया में बड़ा हादसा, एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत, 1 की हालत नाजुक
PURNIYA :इस वक्त की बड़ी खबर पूर्णिया से आ रही है,जहां गैस सिलेडर फटने से एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत हो गई है. वहीं एक शख्स की हालत नाजुक बताई जा रही है, जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
हादसा पूर्णिया के बायसी थाना इलाके के ग्वाल गांव की है. घटना के सम्बंध में बताया जा रहा है कि सोमवार की शाम विक्टर यादव केपरिवार के सभी लोग घर मे थे. तभी रसोई घर में रखा सिलिंडर लीक कर गया और देखते ही देखते आग लग गयी. इस हादसे में विक्टर यादव की बहन बॉबी के साथ साथ 6 बच्चे आग में झुलस गए.
सभी घायलों को इलाज के लिए पूर्णिया सदर अस्पताल लाया गया और उसके बाद निजी अस्पताल में ले जाया गया .उसके बाद गंभीर हालत को देखते हुए सभी को भागलपुर रेफर कर दिया गया. जहां ले जाते समय चार बच्चों ने रास्ते में दम तोड़ दिया. बाकि के दो लोगों की मौत आज इलाज के दौरान अस्पताल में हो गई. मृतक की पहचान 24 वर्षीय बॉबी पति अखिलेश यादव, बॉबी के दोनों बच्चे 2 वर्षीय प्रीति कुमारी और 4 वर्षीय प्रियांशु कुमार तथा बॉबी के भाई विक्टर के तीनों बच्चे 6 वर्षीय रुचि, 7 वर्षीय गगण कुमार तथा 4 वर्षीय आनन्द कुमार के रूप में हुई है.
मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने अपने शोक संदेश में कहा है कि स्व0 लालजी टंडन एक लोकप्रिय नेता, कुशल प्रशासक एवं प्रख्यात शिक्षाविद् थे। बिहार के राज्यपाल के रूप में उनका कार्यकाल अविस्मरणीय रहेगा। उन्होंने बिहार में उच्च शिक्षा के विकास कोे गति प्रदान की।
उन्होंने उत्तर प्रदेश में भी लखनऊ के सांसद तथा राज्य के विभिन्न विभागों के मंत्री पद पर रहते हुये अपने जिम्मेदारियों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया। स्व0 लालजी टंडन के साथ मेरा व्यक्तिगत संबंध था और उनके निधन का समाचार सुनकर मुझे बेहद दुःख भी हुआ है।
मुख्यमंत्री ने लालजी टंडन के पुत्र एवं उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री श्री आशुतोष टंडन तथा दूसरे पुत्र श्री सुबोध टंडन से दूरभाष पर वार्ता कर उन्हें सांत्वना दी।
स्व0 लालजी टंडन के सम्मान में बिहार सरकार ने एक दिन दिनांक-21.07.2020 को राजकीय शोक घोषित किया है।
मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शांति तथा उनके परिजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।
आरा : कोरोना मरीज की मौत के बाद अस्पताल छोड़कर फरार हुए डॉक्टर-कर्मचारी, 12 घंटे तक पड़ा रहा शव…
आरा : सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में इलाजरत एक मरीज की रविवार की शाम मौत हो गई। उसकी उम्र करीब 45 वर्ष थी। पूर्व से शुगर व टायफाइड से पीड़ित था। कोरोना की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आयी थी। घटना के बाद अस्पताल में अफरातफरी का माहौल बन गया। सभी डॉक्टर इमरजेंसी छोड़कर भाग खड़े हुए। इमरजेंसी वार्ड में इलाजरत मरीजों को उनके हाल पर छोड़कर जैसे ही डॉक्टर व कर्मी निकले, थोड़ी देर बाद मरीज परिजन भी धीरे-धीरे इमरजेंसी से भाग निकले। इधर, मृतक के परिजन भी अस्पताल से गायब हो गए।
इमरजेंसी में बस उस मृतक की लाश रह गयी। इसके बाद किसी तरह सदर अस्पताल प्रबंधन ने डीएस डॉ. सतीश कुमार सिन्हा को इसकी व्यवस्था का निर्देश दिया। डीएस ने सदर अस्पताल पुलिस चौकी के इंचार्ज संतोष कुमार की मदद से परिजनों से बात कर उन्हें किसी तरह वापस बुलाये। उसके बाद सोमवार की सुबह करीब 10 बजे उन्हें मृतक का शव सौपा गया। डीएस ने बताया कि जो लोग मृतक का शव के संपर्क में आये हैं। उनके कोरोना सैम्पल लिए जाएंगे। सभी को इसके लिए हिदायत और आश्वासन दिया गया है।
सदर अस्पताल में बीते दो दिनों से इलाजरत था कोरोना संक्रमित मरीज…
अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि मरीज को इलाज के लिए सदर अस्पताल में 2 दिनों पूर्व ही लाया गया था। मरीज के भतीजे ने अस्पताल में उसे भर्ती करवाया था। हालांकि वह अकेले ही अस्पताल में आता जाता था। इस वजह से मरीज की देखरेख भी अच्छे ढंग से नहीं हो पाती थी। मरीज को टाइफाइड की शिकायत थी। उसका कोरोना जांच सैम्पल जांच के लिए पटना भेजा गया था। रविवार को कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद मरीज का भतीजा भी छोड़कर भाग गया। अस्पताल को टेंशन हो गया की डेड बॉडी का क्या किया जाए। इसके बाद डीएस ने किसी तरह पुलिस की मदद से परिजनों को मनाया गया और डेड बॉडी सौंपी गई।
अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड को कराया गया सैनिटाजइ…
रविवार की रात इमरजेंसी वार्ड को बंद कर दिया गया। अस्पताल प्रबंधन ने मरीज की सुरक्षा को लेकर रविवार की रात को ही इमरजेंसी वार्ड को ओपीडी में शिफ्ट कर दिया। इसके बाद इमरजेंसी वार्ड को सैनिटाइज कर दुबारा काम शुरू हुआ।
12 घंटे तक इमरजेंसी में पड़ी रही लाश …
बताया जाता है कि मरीज आरा शहर के चंदवा कृष्णानगर मोहल्ला निवासी है। जिसे सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में लाया गया था। उसे बुखार एवं हांफ की शिकायत थी। इस दौरान चिकित्सक द्वारा मरीज को कोरोना की जांच करने की सलाह दी गई।
कोरोना से डरें नहीं, सतर्कता बरतें : डॉ. सतीश
डीएस डॉ. सतीश कुमार सिन्हा ने बताया कि यह दुखद है कि डॉक्टर से लेकर स्टाफ तक इमरजेंसी ड्यूटी छोड़कर भागने लगते हैं। ऐसे ना कर सावधानी बरती जानी चाहिए।
पूर्णिया में बड़ा हादसा, एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत, 1 की हालत नाजुक
PURNIYA :इस वक्त की बड़ी खबर पूर्णिया से आ रही है,जहां गैस सिलेडर फटने से एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत हो गई है. वहीं एक शख्स की हालत नाजुक बताई जा रही है, जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
हादसा पूर्णिया के बायसी थाना इलाके के ग्वाल गांव की है. घटना के सम्बंध में बताया जा रहा है कि सोमवार की शाम विक्टर यादव केपरिवार के सभी लोग घर मे थे. तभी रसोई घर में रखा सिलिंडर लीक कर गया और देखते ही देखते आग लग गयी. इस हादसे में विक्टर यादव की बहन बॉबी के साथ साथ 6 बच्चे आग में झुलस गए.
सभी घायलों को इलाज के लिए पूर्णिया सदर अस्पताल लाया गया और उसके बाद निजी अस्पताल में ले जाया गया .उसके बाद गंभीर हालत को देखते हुए सभी को भागलपुर रेफर कर दिया गया. जहां ले जाते समय चार बच्चों ने रास्ते में दम तोड़ दिया. बाकि के दो लोगों की मौत आज इलाज के दौरान अस्पताल में हो गई. मृतक की पहचान 24 वर्षीय बॉबी पति अखिलेश यादव, बॉबी के दोनों बच्चे 2 वर्षीय प्रीति कुमारी और 4 वर्षीय प्रियांशु कुमार तथा बॉबी के भाई विक्टर के तीनों बच्चे 6 वर्षीय रुचि, 7 वर्षीय गगण कुमार तथा 4 वर्षीय आनन्द कुमार के रूप में हुई है.
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