सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पत्र में लिखा है कि मध्य प्रदेश का इंदौर शहर औद्योगिक, व्यावसायिक एवं शैक्षणिक गतिविधियों का प्रमुख केंद्र है। इंदौर में पश्चिम बंगाल के विभिन्न क्षेत्रों के निवासी प्रवासी श्रमिक बड़ी संख्या में कार्य करते हैं। लॉकडाउन के दौरान ये प्रवासी श्रमिक अपने गृह स्थान (पश्चिम बंगाल) वापस जाना चाहते हैं, किन्तु अत्यधिक लंबी दूरी होने एवं परिवहन के लिए शासकीय साधन नहीं होने से कतिपय प्रवासी श्रमिक निजी वाहनों के माध्यम से पश्चिम बंगाल के लिए प्रस्थान कर रहे हैं, जो कि महंगा होने के साथ-साथ एक असुविधाजनक एवं असुरक्षित विकल्प है।
रेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा प्रवासी श्रमिको को उनके गृह राज्य तक पहुँचाने के लिऐ स्पेशल ट्रेनों की व्यवस्था की गई है। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा अब तक 85 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के माध्यम से लगभग एक लाख सात हजार प्रवासी श्रमिकों को अन्य राज्यों से सकुशल मध्यप्रदेश वापस लाया जा चुका है और यह प्रक्रिया निरंतर जारी है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पत्र में कहा कि पश्चिम बंगाल के जो मजदूर भाई-बहन इन्दौर से अपने घर जाना चाहते है, उनकी सुविधा के लिए केन्द्रीय रेल मंत्रालय को अपने राज्य की ओर से इन्दौर एवं कोलकाता के मध्य एक विशेष ट्रेन चलाए जाने की आवश्यकता से अवगत कराए जाने का अनुरोध किया है।
आशीष रावत मध्यप्रदेश
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