देखो आज चारों ओर कैसी शांति छाई है
क्योंकि,
यह जो महामारी है बिन बुलाए हमारे देश में जो चली आई है।
पर फिर भी हम ना डरेंगे ना ही हम हारेंगे क्योंकि कभी ना खत्म होने वाली बीमारियों की दवाईयां हमारे देश भारत के डॉक्टरों ने सबसे पहले पाई है।
आओ आज थोड़ा सा समय निकालते हैं सोचो जरा क्या हाल होगा,उनका जो इस बीमारी से गुजर रहे हैं समझ नहीं आता लोग धन्यवाद क्यों नहीं करते उन लोगों का जो हमारे लिए अपनी जान की परवाह तक नहीं कर रहे हैं। घरों से अपने बाहर निकल कर इस वैश्विक बीमारी से हमारे लिए लड़ रहे हैं।
क्यों नहीं है कुछ नादान लोगों की आंखों में इस नाजुक दौर का सामना कर रहे देश प्रेमियों के लिए आंखों में पानी कोई डंडे चला रहा है तो कोई थुक कर तो कोई पत्थर मार कर रहा है अपनी बड़ी बदनामी । मेरे देशवासियों क्यों कर रहे हो तुम इतनी बड़ी नादानी। क्यों नहीं तुमने भी इस करोना को हराने की मन में ठानी है आखिर क्यों नहीं है ठानी ??????
क्यों नहीं समझते हैं,आप कि हर चमकता हार सोना नहीं होता और वैसे ही हर छींकते, खांसते हुए इंसान को कोरोना नहीं होता।
मान लो मेरा कहना अगर जिंदगी भर है खुश रहना तो कोरोना से मत डरो ना ।सिर्फ इतना ही करो ना
20 सेकंड तक हाथ को अच्छे से धुलो ना फिर देखो कैसे हारता है कोरोना
आपको नाक मुंह को बार-बार नहीं है छूना हम भी तो देखें कैसे नहीं हारता है कोरोना
भीड़ वाली जगहों में जाने से हमें हैं बचना कुछ यही छोटी-छोटी बातों का ख्याल हमें रखना
लोगों से 2 गज की दूरी हमें बनाना है क्योंकि इस कोरोना को हमें जड़ से हटाना है
आओ अब आंखों से मुस्कुराना सीख लो मेरे दोस्त
क्योंकि हमारी होठों की मुस्कान तो यह माक्स छुपा देगा यह कोरोना
संवाददाता हिना श्रीवास्तव दिल्ली
क्योंकि,
यह जो महामारी है बिन बुलाए हमारे देश में जो चली आई है।
पर फिर भी हम ना डरेंगे ना ही हम हारेंगे क्योंकि कभी ना खत्म होने वाली बीमारियों की दवाईयां हमारे देश भारत के डॉक्टरों ने सबसे पहले पाई है।
आओ आज थोड़ा सा समय निकालते हैं सोचो जरा क्या हाल होगा,उनका जो इस बीमारी से गुजर रहे हैं समझ नहीं आता लोग धन्यवाद क्यों नहीं करते उन लोगों का जो हमारे लिए अपनी जान की परवाह तक नहीं कर रहे हैं। घरों से अपने बाहर निकल कर इस वैश्विक बीमारी से हमारे लिए लड़ रहे हैं।
क्यों नहीं है कुछ नादान लोगों की आंखों में इस नाजुक दौर का सामना कर रहे देश प्रेमियों के लिए आंखों में पानी कोई डंडे चला रहा है तो कोई थुक कर तो कोई पत्थर मार कर रहा है अपनी बड़ी बदनामी । मेरे देशवासियों क्यों कर रहे हो तुम इतनी बड़ी नादानी। क्यों नहीं तुमने भी इस करोना को हराने की मन में ठानी है आखिर क्यों नहीं है ठानी ??????
क्यों नहीं समझते हैं,आप कि हर चमकता हार सोना नहीं होता और वैसे ही हर छींकते, खांसते हुए इंसान को कोरोना नहीं होता।
मान लो मेरा कहना अगर जिंदगी भर है खुश रहना तो कोरोना से मत डरो ना ।सिर्फ इतना ही करो ना
20 सेकंड तक हाथ को अच्छे से धुलो ना फिर देखो कैसे हारता है कोरोना
आपको नाक मुंह को बार-बार नहीं है छूना हम भी तो देखें कैसे नहीं हारता है कोरोना
भीड़ वाली जगहों में जाने से हमें हैं बचना कुछ यही छोटी-छोटी बातों का ख्याल हमें रखना
लोगों से 2 गज की दूरी हमें बनाना है क्योंकि इस कोरोना को हमें जड़ से हटाना है
आओ अब आंखों से मुस्कुराना सीख लो मेरे दोस्त
क्योंकि हमारी होठों की मुस्कान तो यह माक्स छुपा देगा यह कोरोना
संवाददाता हिना श्रीवास्तव दिल्ली
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