प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए 20 लााख करोड़ रुपये के विशेष राहत पैकेज का ऐलान कर दिया है. पीएम ने कहा लॉकडाउन का चौथा चरण, लॉकडाउन 4, पूरी तरह नए रंग रूप वाला होगा, नए नियमों वाला होगा। राज्यों से हमें जो सुझाव मिल रहे हैं, उनके आधार पर लॉकडाउन 4 से जुड़ी जानकारी भी आपको 18 मई से पहले दी जाएगी।
इससे क्या होगा- प्रधानमंत्री ने बाताया इस पैकेज के तहत किसान, मध्यम वर्ग समेत सभी वर्गों की मदद के लिए है। इन सबके जरिए देश के विभिन्न वर्गों को,आर्थिक व्यवस्था की कड़ियों को, 20 लाख करोड़ रुपये का सपोर्ट मिलेगा. यह पैकेज भारत की GDP का करीब-करीब 10 फीसदी है।
20लाख करोड़ रुपए का ये पैकेज, 2020 में देश की विकास यात्रा को, आत्मनिर्भर भारत अभियान को एक नई गति देगा. आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सिद्ध करने के लिए, इस पैकेज में Land, Labour, Liquidity और Laws, सभी पर बल दिया गया है.
ये आर्थिक पैकेज हमारे कुटीर उद्योग, गृह उद्योग, हमारे लघु-मंझोले उद्योग, हमारे MSME के लिए है,
करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन है, जो आत्मनिर्भर भारत के हमारे संकल्प का मजबूत आधार है. ये आर्थिक पैकेज देश के उस श्रमिक के लिए है, देश के उस किसान के लिए है जो हर स्थिति, हर मौसम में देशवासियों के लिए दिन रात परिश्रम कर रहा है.
पीएम ने कहा- ये आर्थिक पैकेज हमारे देश के मध्यम वर्ग के लिए है, जो ईमानदारी से टैक्स देता है, देश के विकास में अपना योगदान देता है. आपने भी अनुभव किया है कि बीते 6 साल में जो आर्थिक सुधार हुए. उनके कारण आज संकट के इस समय भी भारत की व्यवस्थाएं अधिक सक्षम,अधिक समर्थ नज़र आईं हैं ।
अब आर्थिक सुधार के उस दायरे को व्यापक करना है, नई ऊंचाई देनी है. ये रिफॉर्मस खेती से जुड़ी पूरी सप्लाई चेन में होंगे, ताकि किसान भी सशक्त हो और भविष्य में कोरोना जैसे किसी दूसरे संकट में कृषि पर कम से कम असर हो.
आत्मनिर्भरता, ग्लोबल सप्लाई चेन में कड़ी स्पर्धा के लिए भी देश को तैयार करती है. ये संकट इतना बड़ा है, कि बड़ी से बड़ी व्यवस्थाएं हिल गई हैं. लेकिन इन्हीं परिस्थितियों में हमने, देश ने हमारे गरीब भाई-बहनों की संघर्ष-शक्ति, उनकी संयम-शक्ति का भी दर्शन किया ।
आशीष रावत मध्यप्रदेश
इससे क्या होगा- प्रधानमंत्री ने बाताया इस पैकेज के तहत किसान, मध्यम वर्ग समेत सभी वर्गों की मदद के लिए है। इन सबके जरिए देश के विभिन्न वर्गों को,आर्थिक व्यवस्था की कड़ियों को, 20 लाख करोड़ रुपये का सपोर्ट मिलेगा. यह पैकेज भारत की GDP का करीब-करीब 10 फीसदी है।
20लाख करोड़ रुपए का ये पैकेज, 2020 में देश की विकास यात्रा को, आत्मनिर्भर भारत अभियान को एक नई गति देगा. आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सिद्ध करने के लिए, इस पैकेज में Land, Labour, Liquidity और Laws, सभी पर बल दिया गया है.
ये आर्थिक पैकेज हमारे कुटीर उद्योग, गृह उद्योग, हमारे लघु-मंझोले उद्योग, हमारे MSME के लिए है,
करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन है, जो आत्मनिर्भर भारत के हमारे संकल्प का मजबूत आधार है. ये आर्थिक पैकेज देश के उस श्रमिक के लिए है, देश के उस किसान के लिए है जो हर स्थिति, हर मौसम में देशवासियों के लिए दिन रात परिश्रम कर रहा है.
पीएम ने कहा- ये आर्थिक पैकेज हमारे देश के मध्यम वर्ग के लिए है, जो ईमानदारी से टैक्स देता है, देश के विकास में अपना योगदान देता है. आपने भी अनुभव किया है कि बीते 6 साल में जो आर्थिक सुधार हुए. उनके कारण आज संकट के इस समय भी भारत की व्यवस्थाएं अधिक सक्षम,अधिक समर्थ नज़र आईं हैं ।
अब आर्थिक सुधार के उस दायरे को व्यापक करना है, नई ऊंचाई देनी है. ये रिफॉर्मस खेती से जुड़ी पूरी सप्लाई चेन में होंगे, ताकि किसान भी सशक्त हो और भविष्य में कोरोना जैसे किसी दूसरे संकट में कृषि पर कम से कम असर हो.
आत्मनिर्भरता, ग्लोबल सप्लाई चेन में कड़ी स्पर्धा के लिए भी देश को तैयार करती है. ये संकट इतना बड़ा है, कि बड़ी से बड़ी व्यवस्थाएं हिल गई हैं. लेकिन इन्हीं परिस्थितियों में हमने, देश ने हमारे गरीब भाई-बहनों की संघर्ष-शक्ति, उनकी संयम-शक्ति का भी दर्शन किया ।
आशीष रावत मध्यप्रदेश
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