मंत्री ने कहा- किसी भी विरोधी के साथ दुर्भावना से ग्रसित होकर नहीं किया जाएगा कोई काम
गुमला: स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि किसी भी चिकित्सक को अपमानित या प्रताड़ित करने का अधिकार किसी को नहीं है। यदि कोई ऐसा करता है, तो यह माना जाएगा कि वो सरकार से लड़ रहा है। लेकिन चिकित्सकों का भी फर्ज है कि धरती का भगवान कहलाने वाले चिकित्सक अपना फर्ज निभाकर मरीजों की सेवा करें। वे बुधवार को स्थानीय सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे।
मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में जो खामियां है। उसे दुरूस्त किया जा रहा है। इसके लिए समीक्षा की जा रही है। उन्होंने स्वीकार किया है कि कहीं-कहीं पर बिना प्लानिंग के भवन बना दिए गए है। जिसका कोई उपयोग नहीं है। हालांकि बिना प्लानिंग के काम व स्वास्थ्य विभाग में क्रय के आधार की समीक्षा के बाद दोषी पाए जाने वालों पर विधि सम्मत कार्रवाई की बात उन्होंने कही। इस दौरान बन्ना गुप्ता ने कहा कि सभी सीएस से स्वास्थ्य केंद्रों, उप स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति, मैन पावर की कमी की रिपोर्ट व एकाउंट खर्च आदि की जानकारी भी मांगी गई है। उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्त या प्राइवेट चिकित्सक जो स्वास्थ्य सेवा देना चाहते है, तो सरकार उनका समायोजन अस्पतालों में करेगी। ताकि लोगों को स्वास्थ्य के क्षेत्र में राहत मिल सके।
जिन्होंने राज्य को चारागाह बनाया, सरकार कराएगी उसकी जांच
प्रेस वार्ता के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि किसी भी विरोधी के साथ दुर्भावना से ग्रसित होकर काम नहीं किया जाएगा। लेकिन जिन्होंने राज्य को चारागाह बनाने व लूटने का काम किया है। सरकार उसकी जांच कराएगी। तब दुध का दुध और पानी का पानी होगा। उन्होंने कहा कि हाथी उड़ता नहीं है। लेकिन एक आईएएस व पूर्ववर्ती सरकार ने मिलकर हाथी उड़ाने का भी काम किया और करोड़ों रूपए राजनीति चमकाने व वाहवाही लूटने में खर्च कर दिया।
नए झारखंड का सपना देख रही है सरकार
बन्ना गुप्ता ने कहा कि हेमंत सोरेन व सोनिया गांधी के नेतृत्व में सरकार नए झारखंड का सपना देख रही है। झारखंड का पैसा फिजुल खर्च नहीं होना चाहिए। सरकार बिना दिखावे की धरातल पर काम कर रही है। उन्होंने भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि पूर्ववर्ती सरकार कहने को डबल इंजन की सरकार। पर हर मोर्चे पर विफल रही और पूरा खजाना खाली कर दिया।
सरकार की चाहत चिकित्सक-स्टाफ के चेहरे पर मुस्कान लाना
बन्ना गुप्ता ने कहा कि सरकार का मानना है कि चिकित्सक व स्टाफ के चेहरे पर मुस्कान लाई जाए। ताकि वे मरीज के चेहरे पर मुस्कान ला सके। हेमंत सरकार के काम करने का तरीका यही है। इस दौरान उन्होंने कहा कि ड्रग इस्पेक्टरों द्वारा दवा विक्रेताओं को तंग करने की बात सामने आने पर सीधा संवाद कार्यक्रम आयोजित कर निर्देशित किया गया कि दवा विक्रेताओं को तंग नहीं करना है। किंतु वे भी नशीली दवा तय मानक से ज्यादा या बिना पर्ची के बेचते हैं, तो उन्हें चिन्हित कर लाइसेंस रद्द करने के अलावे प्राथमिकी दर्ज करने की भी बात कही।
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